दिल के जज़्बात सभी कहने दो दूसरी बात अभी रहने दो थाम लो हाथ हमारा जानम दूरियाँ आज सभी ढहने दो ये ज़माना न कर सकेगा कुछ ये ज़माना जो कहे ने कहने दो जो मिले दर्द जहाँ से तुमको कुछ हमें भी वो दर्द सहने दो जो ग़ज़ल हमने कही तेरे लिए वो ग़ज़ल आज हमें कहने दो प्रीत की बात करो प्रीत करो प्रीत दरिया में हमें बहने दो हम न जायेंगे किनारे माँझी बीच मझधार में ही रहने दो – जगदीश तिवारी जगदीश तिवारी जी के ग़ज़ल जगदीश तिवारी जी की रचनाएँ [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें
दिल के जज़्बात
दिल के जज़्बात सभी कहने दो
दूसरी बात अभी रहने दो
थाम लो हाथ हमारा जानम
दूरियाँ आज सभी ढहने दो
ये ज़माना न कर सकेगा कुछ
ये ज़माना जो कहे ने कहने दो
जो मिले दर्द जहाँ से तुमको
कुछ हमें भी वो दर्द सहने दो
जो ग़ज़ल हमने कही तेरे लिए
वो ग़ज़ल आज हमें कहने दो
प्रीत की बात करो प्रीत करो
प्रीत दरिया में हमें बहने दो
हम न जायेंगे किनारे माँझी
बीच मझधार में ही रहने दो
– जगदीश तिवारी
जगदीश तिवारी जी के ग़ज़ल
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