• प्यार में अधूरापन पर कविता, इरशाद अज़ीज़

    तुम भी तो

    तुम भी तो अधूरे हो मेरे बिना तो फिर क़बूल क्यूं नहीं करते यह सच मेरी तरह मैं...तो... कुछ भी [...] More
  • भेदभाव चोर एक होने पर गीत, जगदीश तिवारी

    चुप्पी साधे

    चुप्पी साधे जब व्यक्ति मौन होता है मौन मे ही प्रश्न का हवाला होता है । दूसरों को जानने से [...] More
  • अचे साथी की तलाश पर कविता, एकता खान

    जो मेरा हाल पढ़ सके

    जो मेरा हाल पढ़ सके वो नज़र ढूँढती हूँ जो मेरे दिल में उतर सके वो बशर ढूँढती हूँ लाखों [...] More
  • दिल को मालूम है

    दिल को मालूम है तू बस ख़्वाब ही है फिर क्यों तुझे पाने की ख़्वाहिश दबी सी है मीलों का [...] More
  • ज़िन्दगी की बेबसी पर कविता, एकता खान

    ज़िंदगी की भाग दौड़

    ज़िंदगी की भाग दौड़ और गिनती की ये साँसे जिन्हें देखना चाहते हैं ख़ुश दूर उन्ही से हैं सारा दिन [...] More
  • अक्टूबर इकतीस को,

    अक्टूबर इकतीस को, जन्मे सन्त सुजान। झवेर भाई लाडबा, की चौथी सन्तान।। कष्टों से जब हुआ सामना, देश प्रेम की [...] More
  • सरदार वल्लभभाई पटेल पर छंद, अवधेश कुमार ‘रजत’

    प्रतिमा विशाल यदि

    प्रतिमा विशाल यदि बनी सरदार की जो, वामी पीडी छाती पीट करते विलाप क्यों। एक परिवार के ही नाम सारी [...] More
  • मर्यादा और लाज रखने पर कविता, हेमलता पालीवाल "हेमा"

    घर की लाज

    घर की लाज दहलीज के भीतर, मर्यादा और लाज रखना इधर। इसको लांघ दु:ख पाया जानकी ने प्रिय-विछोह हो और [...] More
  • जला जलाकर हृदय वर्तिका

    जला जलाकर हृदय वर्तिका जग को आलोकित करता । मन में उपजे भाव लुटाकर जन जन की पीड़ा हरता । [...] More
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