कहीं कुछ भी नहीं है जान लो भाईयों जीना है मुकद्दर यह मान लो भाईयों खाली हाथ आये थे और [...]
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आओ प्यार की श्रृंखला बनायें
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आज हर व्यक्तित्व लगता थका हारा है
आज हर व्यक्तित्व लगता थका हारा है और हर चेहरा की जैसे सर्वहारा है कौन ज़िम्मेदार है उनकी तबाही का [...] More -
सूख गए आँसू आँखों से
सूख गए आँसू आँखों से हँसी उड़न छू होंठों से । हतप्रभ मौन खड़ा देखे है अनुच्चरित शब्दों से।। कोई [...] More -
पावस ऋतु आ गई
लो, पावस ऋतु आ गई श्याम नभ पर छाई वो काली बदरी आ गई पंख फैलाकर मयुर नाचे घन-घन बादल [...] More -
श्याम-वर्ण मेरा
श्याम-वर्ण मेरा, पर मन उजला था, तेरे श्वेत तन मे, बैठा एक मन घोर काला था। रूप-रंग, जोबन और यह [...] More -
अवधपति! आना होगा
मातृभूमि वह तीर्थ जहाँ माता रहती है । अपना सब कुछ वार हमें पैदा करती है ।। तरुवर छायादार छत्र [...] More -
देख के तेरा बचपन
देख के तेरा बचपन याद आता है कुछ अपना भी चिंता ना कल की ना किसी काम की चिड़िया उड़, [...] More -
लड़ा के हिंदू और मुस्लिम ये गद्दी चाहते हो क्यूँ
चमन में आग तुम लगाते हो क्यूँ वतन का नाम तुम मिटाते हो क्यूँ देश के चंद ग़द्दारों को तुम [...] More -
सुख जो परिवार में है, वो मिलेगा कहाँ
ना मंज़िल है कोई ना कोई कारवाँ बढ़े चले जा रहे हैं, रुकेंगे कहाँ कुछ पल बचा लो अपनो के [...] More