ज़मीने दिल पे तेरी याद का दरिया मचलता है तसव्वुर के फ़लक पे जब तेरा चेहरा मचलता है - इरशाद [...]
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ज़मीने दिल पे तेरी याद का दरिया मचलता है
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इन वादियों में अपनी सदा छोड़ जाऊंगा
इन वादियों में अपनी सदा छोड़ जाऊंगा । फूले फले गुलशन ये दुआ छोड़ जाऊंगा । सजती रहे ये महफ़िल [...] More -
काव्य ज्योति जल उठी रौशन हो दिन रात
काव्य ज्योति जल उठी रौशन हो दिन रात आओ मिल कर हम करें ऐसी कोई बात - इरशाद अज़ीज़ इरशाद [...] More -
कम तौले जो आदमी
कम तौले जो आदमी, जावे अस्पा ताल । रिशवत ख़ोरी की सज़ा, देता उसको काल । - इक़बाल हुसैन इक़बाल [...] More -
हमें अपनी ज़िंदगी से
हमें अपनी ज़िंदगी से कुछ यूँ मिटा दीजिए जैसे रेत में पानी की बूँदें मिट जाती हैं दुनिया यूँ न [...] More -
गणनायक गणपति गजे, गिरिजापुत्र गणेश
गणनायक गणपति गजे, गिरिजापुत्र गणेश | सर्व सिद्ध स्वामी सुकवि, शंकर सुमन सुरेश | मंगलमूरत मान्यवर, मोहत मोदक मूस | [...] More -
यूँ तो आप हमें
यूँ तो आप हमें, अपना सा कहते हैं कहीं सिर्फ़ लफ़्ज़ों से ही तो हम अपने नहीं दिल जो आपका, [...] More -
एक उम्र तय करनी होगी
एक उम्र तय करनी होगी मेरे जैसे हो जाने को... सुलगी सिसकी सांसों को घूंट घूंट पी जाने को। शीतल [...] More -
गुमशुदा शहर का वाशिंदा
पिछली साल शहर की सड़को ने वादा किया मुझ से गाँव ले जाने का मगर सड़क खुद ब खुद ही [...] More