उस रोज उगने के साथ ही सूरज, अचानक फ्यूज हो गया अपने आस-पास घिरे अंधेरों से तंग आकर मैं ढूँढने [...]
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उस रोज उगने के साथ ही
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बरस रहा है जड़-चेतन से, सुधियों का अनुराग
बरस रहा है जड़-चेतन से, सुधियों का अनुराग । मिलन-जोत भी लगा रही है, राजभवन में आग ।। पत्र एक [...] More -
धैर्य पर यहाँ स्वयम के तू अभी न वार कर
धैर्य पर यहाँ स्वयम के तू अभी न वार कर पुकारता है तू किसे ठहर जरा विचार कर । बदल [...] More -
जीवन की सरिता
जीवन की सरिता सरिता के तटबन्ध तटबन्धों पर सटे सुहाने घाट ये घाट साक्षी है - जीवन प्रवाह के साक्षी [...] More -
उम्र का तकाजा भी न रहा
उम्र का तकाजा भी न रहा, अपने ओहदे का लिहाज न रहा। देखे पराई नार छुप-छुपकर वो, क्या तुझे खुदा [...] More -
प्यार की दास्तान पर कविता
उसकी हसरत में शामिल जर्रा भी आफ़ताब लगता है वो पत्थरो को भी सलीके से लगा दे तो ताज लगता [...] More -
आज महफिल में गुलशन
आज महफिल में गुलशन, खिला देंगे हम, फिर धरती पर सुमन, बिछा देंगे हम, अगर राहे मंजिल, मिले आपका, बूंद [...] More -
पूछने वाले पूछते हैं
पूछने वाले पूछते हैं कैसे मेरी खुशियों में इज़ाफ़ा है मैने भी यू कह दिया है ये दौलते इश्क का [...] More -
जलने से बेटियों को बचाएं
रस्में ताल्लुकात निभायें, तो किस तरह, भूलें हैं वो याद दिलायें, तो किस तरह । बेटे तो सभी बिक चुके [...] More