लगा रहे कलम हो रहा कृत्रिम गर्भाधान पैदा करने उन्नत बीज - फल वर्ण संकर के जानवर परिणाम अधिक उत्पादन [...]
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लगा रहे कलम
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आँखों में अश्रु प्रवाह लिए
आँखों में अश्रु प्रवाह लिए । दिल में वियोग की आह लिए ।। वह सरहद को प्रस्थान किया, दायित्व बोध [...] More -
भारत माँ की लाज रखी है
भारत माँ की लाज रखी है माँओं की कुर्बानी ने बच्चा जनकर जवाँ बनाना, साधारण सी बात नहीं । जाग [...] More -
ले जाऊँगा मैं एक दिन सूरज को जेब में
ले जाऊँगा मैं एक दिन सूरज को जेब में करवट बदलना रात भर तारे शुमार कर -इरशाद अज़ीज़ इरशाद अज़ीज़ [...] More -
उनकी आँखों में कुछ अपनेपन सी बात थी
उनकी आँखों में कुछ अपनेपन सी बात थी उन आँखों से दिल तक पहुँचने की चाह थी जिस सफ़र में [...] More -
न जाने किस जुस्तजू में
न जाने किस जुस्तजू में ज़िंदगी ख़ाक किए जाते हैं यादों की अँधेरी राहों में ख़ुद को बर्बाद किए जाते [...] More -
एक बार मरना भी
एक बार मरना भी, क्या कोई मरना है दूर हो के उनसे, क्या हम ज़िंदा है मौत जब तक हमें [...] More -
मेरे होंठ कड़वा से कड़वा घूंट पीकर भी
मेरे होंठ कड़वा से कड़वा घूंट पीकर भी शान्ति का नाम लेते हैं | मेरी आँखें सब कुछ देखते हुए [...] More -
कहना यह है की……छोड़िये
कहना यह है की...... छोड़िये चापलूसी, चमचागिरी अलंकारिक भाषणों की नेतागिरी मात्र बातों से काम नहीं चल सकता समस्याओं का [...] More