जब भारत की राजनीति ने ली अँगड़ाई । देशभक्ति के नाम, काटते खूब मलाई ।। दशा दिशा से हीन, क्रान्ति [...]
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जब भारत की राजनीति ने ली अँगड़ाई
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दोनो बँधे हैं दुनियाँ की रीत में
दोनो बँधे हैं दुनियाँ की रीत में मजबूरियाँ इधर भी हैं, कुछ उधर भी दिल की बातें हैं आज उन्हें [...] More -
ख़्वाहिश फिर बचपन जीने की
ख़्वाहिश फिर बचपन जीने की खुले आसमा में उड़ने की ख़्वाहिश फिर चाँद तारों को छूने की सारी दुनिया को [...] More -
सौपे गये थे हमें जो दस्तावेज
सौपे गये थे हमें जो दस्तावेज हमने जिन्हें सँभाल कर रखने की कसम खायी थी जिन पर लिखा था हमारी [...] More -
यह कैसी विडम्बना होगी कि
यह कैसी विडम्बना होगी कि अंधों की जमात में शामिल होने के लिए तुम्हें भी अपनी आँखों फोड़नी होंगी अपंगों [...] More -
कैसे कहें किससे कहें नारी के जीवन की कथा
कैसे कहें किससे कहें नारी के जीवन की कथा । यह प्रश्न जब कोई उठाती लोग लेते अन्यथा । कोई [...] More -
हर व्यक्ति को समझाइये
हर व्यक्ति को समझाइये लहू का रंग एक है, मत भेदभाव बढ़ाईये लहू का रंग एक है इंसान को इंसान [...] More -
माथे बिंदी पाँव महावर
माथे बिंदी पाँव महावर लाज क घूँघट ओढ़ चलल, नाता रिश्ता नइहर वाला पल भर में ही गैर भयल। गुड्डा [...] More -
खानाबदोश है कई इस जग में
खानाबदोश है कई इस जग में उजरी धरती पे,गदले नभ नीचे, वे ही बचा रहे एक सभ्यता अपने करारे कर्म [...] More