• तजो बातें हिंदुओं

    तजो बातें हिंदुओं से मुसलमा की लड़ाई की । करो कोशिश हमेशां अब चन्द्रमाँ पर चढ़ाई की । कदम मिलकर [...] More
  • मेरे दिए संस्कारो का

    मेरे दिए संस्कारो का पालन तुम कर लेना, सच्चा है यह श्राद्ध तुम कर लेना । मेहनत व ईमानदारी से [...] More
  • सचाई के साथ चलने पर कविता, हेमलता पालीवाल "हेमा"

    यह झुठ है कि हमे

    यह झुठ है कि हमे जिन्दगी सिर्फ एक बार ही मिलती है । बल्कि जिंदगी हमे हर रोज मुस्कराती हुई, [...] More
  • आज के सचाई पर कविता, गोविन्द व्यथित

    पुराने देवताओं की जगह

    पुराने देवताओं की जगह नये-नये देवताओं ने कार्यभार सँभाला और पुराने देवों को उनके देवालयों से बलपूर्वक निकाला क्योंकि वे [...] More
  • भिखारी के जीवन पर कविता, गोविन्द व्यथित

    वह भिखारी है

    वह भिखारी है भूख से व्याकुल धँसी हुई आँखें भूखी हैं और प्यास से प्यासी हैं कितनी उदासी हैं माँग [...] More
  • दिन भर की भाग दौड़

    दिन भर की भाग दौड़ के बाद थके हारे पक्षी बेचारे अपने घास-फूस के घोसलों की और लौट रहे हैं [...] More
  • ईमान के बिकने पर कविता, हेमलता पालीवाल "हेमा"

    उड रहे गुलाल और अबीर

    उड रहे गुलाल और अबीर, जश्न जीत का हो रहा है । कोई हारा कोई जीत गया, लोकतंत्र का शंखनाद [...] More
  • जीवन के सुख दुख पर कविता, पी एल बामनिया

    खुबसूरत है जिंदगी

    खुबसूरत है जिंदगी बस अपना खयाल कर। रख खुशी का हर पल तसवीर मे ढाल कर।। बसंत के बाद पतझड़ [...] More
  • सियासत के जूते वदो पर कविता कविता, पी एल बामनिया

    अब हर डाल पर एक गुलाब होगा

    अब हर डाल पर एक गुलाब होगा। आंधियो से अब सारा हिसाब होगा।। जग गए इस बस्ती के सोए हुए [...] More
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