मोबाइल ने गाँव में जब से किया प्रवेश देखो सारे गाँव का बदल गया परिवेश अपनापन हँसता नहीं झूठे सब [...]
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मोबाइल ने गाँव में
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खूब लगायें पेड़
खूब लगायें पेड़ हम हो पेड़ो की छाँव हरियाली हँसने लगे हँसे हमारे गाँव आन मान से सब रहें रखें [...] More -
सूरज की किरणें
सूरज की किरणें हंसी हँसने लगा पलास देख धरा का रूप ये नाच रहा आकाश छम छम छम पायल बजी [...] More -
भाई कैसे हो गये हम
भाई कैसे हो गये हम इतने मजबूर अपनों से ही हम नहीं खुद से भी हैं दूर कुछ तो ऐसा [...] More -
मैं धरती बनकर रहूँ
मैं धरती बनकर रहूँ तू बन जा आकाश तेरे मेरे बीच में बनी रहे इक प्यास ठुमक ठुमक गोरी चले [...] More -
फागुन में उड़ने लगा
फागुन में उड़ने लगा सजना लाल गुलाल दूर खड़ा क्यों पास आ मुखड़ा कर दे लाल फागुन के इस रंग [...] More -
करने को तो कर गया
करने को तो कर गया सबसे दो दो हाथ भाई ! अब तू चाहता सब दें तेरा साथ दुर्गुण सारे [...] More -
भूलकर हर अलम
भूलकर हर अलम अब ख़ुशी चाहिये बस ख़ुशी से भरी ज़िन्दगी चाहिये भूल बैठा हूँ आलम को तेरे लिए इस [...] More -
इस तरह कब चलेगा
इस तरह कब चलेगा दर्द सारे चुक गये पतवार बनकर अश्रु सारे झर गये नीहार बनकर यह अकेली साँस कब [...] More