• रुके कदम चलने पर गीत, जगदीश तिवारी

    ज़िन्दगी की बात फिर

    ज़िन्दगी की बात फिर करने लगे। ये क़दम रुके थे फिर चलने लगे।। भावनाएँ हिलोरें लेने लगीं मीन बनकर नदी [...] More
  • प्यार में अधूरापन पर कविता, इरशाद अज़ीज़

    तुम भी तो

    तुम भी तो अधूरे हो मेरे बिना तो फिर क़बूल क्यूं नहीं करते यह सच मेरी तरह मैं...तो... कुछ भी [...] More
  • गरीब के हौसले पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    आप जैसी जो पाई ना नज़र

    आप जैसी जो पाई ना नज़र फितरते दुनियां आई ना नज़र यूं रहे सब के ग़म में मुबतिला देख कर [...] More
  • गुज़र कर क़रीब से

    गुज़र कर क़रीब से यूं हंसे अजीब से पूछ तो लेना था हादसा गरीब से बहुत पछताओगे उतर कर सलीब [...] More
  • सेना के जवान पर ग़ज़ल, इक़बाल हुसैन “इक़बाल”

    हमसफर कोई नहीं हमदम नहीं

    हमसफर कोई नहीं हमदम नहीं गर नहीं तो ना सही कुछ गम नहीं देख लेना दूर से मुड़ कर हमें [...] More
  • हर तरफ हैं आजकल वर साजिशें

    हर तरफ हैं आजकल वर साजिशें भेद वाली हो रही हैं बारिशें हाल मौसम का बात पाते नहीं सुर्ख फूलों [...] More
  • बुलंद होसलो पर ग़ज़ल, जगदीश तिवारी

    मौन रहकर काम करता

    मौन रहकर काम करता शोर मैं करता नहीं टूट सकता हूँ यहाँ मैं झुक कभी सकता नहीं हौंसले मेरे बुलन्दी [...] More
  • प्यार की बात करने पर ग़ज़ल, जगदीश तिवारी

    दिल के जज़्बात

    दिल के जज़्बात सभी कहने दो दूसरी बात अभी रहने दो थाम लो हाथ हमारा जानम दूरियाँ आज सभी ढहने [...] More
  • वो निशां छोड़

    वो निशां छोड़ चलो ये जहां याद करे मंज़िलें याद करें कारवाँ याद करे गीत ग़ज़लों में बस ताजगी जोश [...] More
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