आज ये हादसा नहीं होता हाथ जो आपका नहीं होता हाथ जो आपका नहीं होता मर्ज़ ये ला दवा नहीं होता आप चाहे जहां चले जाओ दर्द का दायरा नहीं होता वक़्त की है सभी मेहरबानी शख़्स कोई बुरा नहीं होता दूरियां दरमियां रखे रहना जब तलक फैसला नहीं होता फासले प्यार ही मिटाता है दूसरा रास्ता नहीं होता आज हम भी यहीं बसे होते अगर दाना उठा नहीं होता – इक़बाल हुसैन “इक़बाल” इक़बाल हुसैन “इक़बाल” जी की ग़ज़ल इक़बाल हुसैन “इक़बाल” जी की रचनाएँ [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें
आज ये हादसा नहीं होता
आज ये हादसा नहीं होता
हाथ जो आपका नहीं होता
हाथ जो आपका नहीं होता
मर्ज़ ये ला दवा नहीं होता
आप चाहे जहां चले जाओ
दर्द का दायरा नहीं होता
वक़्त की है सभी मेहरबानी
शख़्स कोई बुरा नहीं होता
दूरियां दरमियां रखे रहना
जब तलक फैसला नहीं होता
फासले प्यार ही मिटाता है
दूसरा रास्ता नहीं होता
आज हम भी यहीं बसे होते
अगर दाना उठा नहीं होता
– इक़बाल हुसैन “इक़बाल”
इक़बाल हुसैन “इक़बाल” जी की ग़ज़ल
इक़बाल हुसैन “इक़बाल” जी की रचनाएँ
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