चिंता मे समय को न करो बर्बाद चिंतन मे करो, हो जाओगे आबाद एक माटी का दीया अँधेरे से लडे, तु तो भगवान का दिया फिर क्यूँ डरे । – हेमलता पालीवाल “हेमा” हेमलता पालीवाल "हेमा" जी की कविता हेमलता पालीवाल "हेमा" जी की रचनाएँ [simple-author-box] अगर आपको यह रचना पसंद आयी हो तो इसे शेयर करें
चिंता मे समय को
चिंता मे समय को न करो बर्बाद
चिंतन मे करो, हो जाओगे आबाद
एक माटी का दीया अँधेरे से लडे,
तु तो भगवान का दिया फिर क्यूँ डरे ।
– हेमलता पालीवाल “हेमा”
हेमलता पालीवाल "हेमा" जी की कविता
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